
बिहार के कटिहार जिलान्तर्गत समेली कबीर आश्रम के प्रांगण में शिव प्राण मैटी मिशन ऑफ़ इंडिया, नारायणपुर (भागलपुर) के सहयोग से 30 एवं 31 मई 2022 को दो दिवसीय संत कबीर महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता वैशाली से पधारे संत रामाशंकर साहेब ने कहा कि संत सम्राट सद्गुरु कबीर जाति-पाति, छुआ-छूट, ऊँच-नीच का विरोधी थे।
इस भावना से समाज में अशांति आएगी, लोग खुशहाल नहीं होंगे, सामाजिक असमानता बनी रहेगी इसलिए लोगों की खुशहाली के लिए, लोगों के विकास के लिए और सामाजिक एकता के लिए कबीर साहब ने इन सभी कुप्रथाओं का पुरजोर विरोध किया। उन्होंने कहा कि "जौं तूँ बाँभन बंभनी जाया, तो आन बाट है क्यों नहीं आया"। शिव प्राण मैटी मिशन ऑफ़ इंडिया के सचिव डॉ० सुभाष कुमार विद्यार्थी ने कबीर साहब को समय का सद्गुरु बताते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में जब लोगों के अंदर धार्मिक कट्टरता, धार्मिक उन्माद चार्म सीमा पर हो और जिससे दुनियाँ पूरी तरह जल रहा है उस समय एकमात्र कबीर का दर्शन ही है जो मानव को शांति प्रदान कर सकता है। इस अवसर कई संत महात्माओं के द्वारा गीत भजन के साथ जीवनोपयोगी बातों को कहकर मानव को सत्कर्म करने लिए प्रेरित किया। मौके पर संत रामजीवन साहेब, संत विनोद साहेब, संत राजकुमार साहेब कई विदूषी साध्वी नें भी लोगों को अपने सत्संग भजन से मंत्र मुग्ध कर लिया।
