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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त नही रहने के कारण डोभी में निजी डॉक्टरों का बढ़ा दबदबा //LIVE NEWS 24

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संवाददाता -निरंजन कुमार,गया
गया/डोभी । इन दिनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त नही रहने के कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर काफी डरे हुए है। बताया जा रहा है यहाँ आसपास के निजी क्लिनिक के डॉक्टरों के झुंड पहुँचकर निजी क्लिनिक में इलाज कराने का परिजनों को दबाव देते है। 
ऐसा ही मामला विगत दिन पूर्व बंगाली डीह मोहल्ले की एक वृद्ध महिला बुरी तरह घायल अवस्था में इलाज हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डोभी उनके परिजन लेकर पहुचे। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ऋषिकेश कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के नगर पंचायत अंतर्गत बंगाली डीह मोहल्ले के रहने वाली एक 80 वर्षीय वृद्ध महिला दिलवा देवी अपने घर पर सीढ़ी पर फिसल जाने के कारण वह बुरी तरह से घायल हो गई थी। 
जिसका इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ मुन्ना साव उक्त महिला का इलाज कर ही रहे थे कि प्राइवेट चिकित्सक श्रवण कुमार के साथ एक झुंड पहुंच कर इलाज में लापरवाही की बात कहते हुए हल्ला करने लगे। वहीं, डॉक्टर मुन्ना कुमार के द्वारा अस्पताल में महिला के सर पर बांधे गए पट्टी को खोलकर प्राइवेट  डॉक्टर श्रवण कुमार अपने तरीके से इलाज करने लगे। 
इलाज करने के बाद महिला की स्थिति खराब रहने के बाद अस्पताल में सरकारी एंबुलेंस होने के बावजूद भी उक्त महिला को जबरन निजी अस्पताल में इलाज हेतु लेकर चले गए। उस समय ड्यूटी कर रहे डॉक्टर मुन्ना साव के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ऋषिकेश कुमार को लिखित आवेदन देकर मामले की जानकारी से अवगत करवाया है।
इस मामले को लेकर प्रभारी डॉ ऋषिकेश कुमार ने प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव कुमार झा को घटना के संदर्भ में विस्तार पूर्वक जानकारी से अवगत करवाया है। जिसमें बीडीओ के द्वारा आश्वासन दिया गया है कि प्रखंड स्तर पर एक कमेटी बनाकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न प्राइवेट डॉक्टरों की लाइसेंस की जांच की जाएगी। इसको लेकर जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह से इस मामले की जानकारी देने की बात प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ऋषिकेश कुमार के द्वारा कही गई है। डोभी पीएचसी में रात्रि गार्ड की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन के द्वारा नहीं की गई है। जिसके कारण डॉक्टर भयभीत होकर ड्यूटी करने को मजबूर है।