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गंगा नदी पारिस्थितिकी तंत्र का कायाकल्प : अवसर एवं चुनौतियाँ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित // LIVE NEWS24

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न्यूज़ डेस्क : पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत कार्यरत संस्थान भारतीय प्राणि-सर्वेक्षण, गंगा समभूमि प्रादेशिक केंद्र, बहादुरपुर हाउसिंग कोलोनी में शनिवार को गंगा नदी पारिस्थितिकी तंत्र का कायाकल्प : अवसर एवं चुनौतियाँ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिकी संगोष्ठी का अयोजान किया गया, जिसमें केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, माननीय मंत्री पर्यावरण, वन एवं  जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, उदघाटनकर्ता के रूप में उपस्थित हुए।
इस अवसर पर विभाग की पहली महिला निदेशक डॉ. धृति बनर्जी पटना के गंगा समभूमि प्रादेशिक केंद्र, पटना की वैज्ञानिकी उपब्धियों पर विस्तार से चर्चा किया गया I
वैज्ञ्निकी स्तर में पदमश्री डॉलफिनमैन डॉ आर के. सिन्हा ने अपने उदगार में गंगा के साथ हो रहे दुर्व्यवहार एवं उनसे निपटने की चुनौतियों की और  ईशारा करते हुए कहा कि अगर आज कुछ चीजों पर ध्यान नहीं देंगे तब हम गंगा को अविरल एवं निर्मल कैसे बना पायेंगेI
इस अवसर पर वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के चीफ एकोलोजिस्ट डॉ. समीर सिन्हा ने अपने प्रेजेंटेशन में कहा कि गंगा की तकलीफ हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेंगेI
दूसरे सत्र में कार्यालय भवन में नवनिर्मित एम. एल. रूनवाल बहुध्येशीय सभागार का उद्घाटन राज्य मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार, अश्विनी कुमार चौबे ने किया और  गंगा स्तुति से अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि  गंगा गौ एवं गायत्री का स्मरण करने से सभी पापों का नाश होता है, उन्होंने पहाड़ों पर हो रहे त्रासदी की और ध्यान  दिलाया तथा कहा कि हर तरह से गंगा को बचाने के लिए सभी को आगे आना होगाI
पदमश्री प्रो. डॉ. आर.के. सिन्हा ने कहा कि इस संस्थान को मैंने सैसव अवस्था से देखा है और आज इस मुकाम पर पहुंचा है जिसमें डॉ. गोपाल शर्मा का महत्वपूर्ण भूमिका है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. धृति बनर्जी निदेशक, भारतीय प्राणि-सर्वेक्षण, भारत सरकार ने कियाI इस अवसर पर डॉ. देवांशु गुप्ता, वैज्ञानिक एवं डॉ. सौविक सेन वैज्ञानिक एवं डॉ. देवाश्री डैम विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंI   
संस्थान के प्रभारी अधिकारी एवं वरीय वैज्ञानिक डॉ. गोपाल शर्मा ने राज्य मंत्री को कार्यालय में उपलब्ध वर्षा जल संचयन के तकनीक के वारे में विस्तार से बताया तथा ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट की भी चर्चा कीI केंद्रीय मंत्री ने कार्यालय भवन में उपलब्ध संग्रहालय को वर्ल्ड क्लास संग्रहालय बनाने के लिए आश्वासन दिया। इस कार्यक्रम में कई राज्यों एवं बिहार के विभिन जगहों से पधारे छात्र छात्राएं, शोधकर्ता, शिक्षक, प्रोफ़ेसर एवं अन्य संस्थानों के विषय विशेषज्ञ ने भाग लिया। मौके पर डॉल्फिन और गौरैया संरक्षण पर प्रदर्शनी भी लगी गई।