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महिला किसानों के प्रयास से जिले में आयेगी मशरुम क्रान्ति। // LIVE NEWS 24

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संवाददाता -निरंजन कुमार, गया
गया, 14 नवंबर 2022, गया जिले में जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एग्जाम के पहल से एवं कृषि विभाग के सहयोग से मशरुम गॉव तैयार किये जा रहे हैं।
जिले मे सभी प्रखण्डों में मशरुम गॉव तैयार किये गये हैं। फतेहपुर में भारे, इमामगंज में मटहारी, डुमरिया में नंदई बिजुआ, बेलागंज में खनेटा, नीमचक बथानी में मई पंचायत का अम्बाकुऑं, मोहनपुर का मटिहानी, टिकारी का मउ सिंघापुर, मोहड़ा का तेतर, गुरारु का देवकली, कोंच का परसावां जगदीषपुर, खिजरसराय का चिरैली देवगांव, आमस में बड़की चिल्मी नीमा, बांकेबाजार में रौषनगंज उचला बेला, परैया में करहटा पंचायत का रजोई रामपुर, शेरघाटी के ढ़ाब चिरैया का भरपुरहा, वजीरगंज का पुनावा, गुरुआ का राजन, डोभी का केसापी, अतरी का नरावट गॉव मषरुम गॉव के लिये चिन्हित किया गया है। इसके अतिरिक्त बोधगया के कोटहौरा, बतसपुर, हथियार एवं बकरौर, मानपुर के महुआरकला, खनजहॉपुर, सोंधी, बाराचट्टी को सोभ, अंजनियाटॉड, नगर के कंडी, कुजापी, डेल्हा एवं खरखुरा तथा टनकुप्पा के बरसौना, उतलीबारा, गजाधरपुर, टनकुप्पा, बरसीमा, सैदपुर एवं भेटौरा गॉवों को मषरुम गॉव के रुप में चिन्हित कर विकसित किया जा रहा है। मषरुम गॉव की महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देष्य से उनकों बटन एवं आयस्टर मषरुम के कम्पोस्ट एवं किट तैयार करने का प्रषिक्षण दिया जा रहा है। ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि ये महिलायें मषरुम उत्पादन में आत्मनिर्भर होकर अपने परिवार के उपभोग के लिये मषरुम का उत्पादन करने के साथ मषरुम को बेचकर अतिरिक्त आय भी प्राप्त करें जिससे इनका परिवार स्वस्थ रहे और परिवार में आर्थिक खुषहाली आ सके। वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट अन्तर्गत गया जिले के लिये मषरुम चिन्हित है। जिले में नवम्बर से फरवरी तक सभी प्रखण्डों में महिला किसानों द्वारा बटन मषरुम का उत्पादन किया जाता है। जिला प्रषासन गया आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत मषरुम श्रृंखला विकसित करने के लिये कार्यक्रम क्रियान्वित कर रहा है। कार्यक्रम अंतर्गत सहायक निदेषक उद्यान गया के माध्यम से इस वर्ष 1250 महिला किसानों को प्रषिक्षण देकर मषरुम उत्पादन के माध्यम से उनकी आय को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। योजना अंतर्गत सभी महिला किसानों को मषरुम उत्पादन के लिये 100 मषरुम बैग दिया जा रहा है। इन बैगों से एक महिला किसान आसानी से 15000 रुपये की कमाई एक से दो महीने में कर सकेंगी, साथ ही परिवार को उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन एवं अन्य पोषक तत्वों से भरपूर मषरुम खाने को मिल सकेगा। महिला किसानों का प्रषिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र, आत्मा, आर सेटी जैसी संस्थाओं के माध्यम से किया जायेगा। कार्यक्रम अन्तर्गत प्रषिक्षित महिला किसान ही मषरुम किट प्राप्त कर सकेंगी।