
गया। तीनों सेनाओं में अग्निवीरों की भर्ती की योजना का एलान होते ही मुफस्सिल के भुसुंडा मोड़ के निकट आर्मी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया। सड़क भी जाम कर दिया। मौके पर मामुली संख्या में पहुंची मुफस्सिल पुलिस अभ्यर्थियों को समझाने बुझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का काफिला भी मौके से गुजरने लगा तो अभ्यर्थियों ने काफिले को रोकना चाहा पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें निकाला दिया। हम के प्रवक्ता दीवाकर सिंह का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री के काफिले पर हमला हुआ है। वहीं एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री के साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।अभयर्थियों को समझाने-बुझाने के दौरान ही मुफस्सिल पुलिस ने अपने बड़े अधिकारियों से फोन पर संपर्क कर फोर्स की मांग की। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को भी मौके पर पहुंचने की गुजारिश की। इस पर जिला पुलिस की ओर वज्र वाहन से फोर्स भेज दिया गया। भुसुंडा मोड़ पर वज्र वाहन के पहुंचते ही मौके पर प्रदर्शन कर रहे करीब 500 की संख्या में रहे छात्र भाग खड़े हुए। अभ्यर्थियों को भागता देख पुलिस ने सड़क जाम को खुलवाना शुरू किया। इस बीच अंधेरा हो गया था। सड़क जाम खुलवाता देख अभ्यर्थियों ने एक दिशा से पुलिस बल के ऊपर रोड़ेबाजी शुरू कर दी। रोड़ेबाजी शुरू होते ही पुलिस बल ने उन्हें खदेड़ना शुरू कर दिया। पुलिस को मोर्चा संभालता देख दूसरी दिशा में छीपे अभ्यर्थियों ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी। दूसरी दिशा में भी पुलिस बल ने मोर्चा संभाला तो फिर तीसरी दिशा से अभ्यर्थियों ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी। इस बीच आवाजाही शुरू तो हुई पर रोड़बाजी चलती रही। अंधेरा पसरने के बाद रोड़बाजी की शुरू हुई घटना पुलिस के लिए चुनौती बन गई। इसका खास कारण अंधेरा के साथ-साथ दो दिशा में खुला मैदान का होना रहा। जब पुलिस उन्हें दौड़ाती वे अभ्यर्थी अंधेरा का फायदा उठाते हुए भाग जाते या फिर जहां जगह मिलती वहीं अंधेरे में दुबक जाते और रोड़बाजी शुरू कर देते। ऐसे में पुलिस समझ नहीं पा रही थी कि रोड़ेबाजी किस दिशा से और किस जगह से हो रही है। मुफस्सिल पुलिस इंसपेक्टर बगैर ड्रेस के ही स्थिति संभालने पहुंचे। मुफस्सिल पुलिस के प्रभारी इंस्पेक्टर कुंदन कुमार को खाकी वर्दी पहनने की अब तक आदत नहीं लगी है। या फिर पुलिस मैन्यूअल की धज्जियां उड़ाने की उन्हें आदत सी हो गई है। वह अग्निवीर भर्ती योजना के विरोध करे अभ्यर्थियों बगैर वर्दी को ही शांत करने पहुंचे हुए थे। कुंदन कुमार प्रशिक्षु डीएसपी हैं जो उन्हें कुछ ही दिन पहले मुफस्सिल थाना का प्रभार दिया गया है।
