
न्यूज डेस्क : शिक्षितों के ऊपर समाज के नवनिर्माण की बहुत बड़ी जबाबदेही है उक्त बातें शिव प्राण मैटी मिशन ऑफ इन्डिया के द्वारा आयोजित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 133 वी जयंती शिक्षक दिवस के अवसर पर नारायणपुर प्रखंड के शाहपुर में बोलते हुए इंस्टीच्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिकल साइन्स के निदेशक डॉ सुभाष कुमार विद्यार्थी नें कहा। इन्होंने कहा कि डॉ राधाकृष्णन अपनी क्षमता आत्मबल और उत्तरदायित्व के प्रति जबाबदेह होने के कारण ही एक सामान्य शिक्षक से देश के सर्वोच्च संवैधानिक राष्ट्रपति पद को सुशोभित किये।
गाँधी विचार मंच के रंजीत मंडल ने कहा कि डॉ सर्व पल्ली राधाकृष्णन की जीवनी से आज के शिक्षकों एवं शिक्षितों को सीख लेने की दरकार है। वर्तमान परिवेश में जब समाज में छोटी छोटी बातों को लेकर आपसी वैमनस्यता, लूट खसोट, दबंगई का माहौल व्याप्त है तो इस समय समाज में शिक्षितों को शिक्षक की भूमिका निभाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर गोपाल कुमार भारती, प्रभात रंजन, सतीश कुमार, मनीष कुमार शर्मा, अमिताभ शर्मा, सृष्टि भारती, विक्की, रूपेश आजाद, अंगद कुमार, अमरनाथ मिश्रा आदि उपस्थित होकर डॉ राधाकृष्णन को वर्तमान समय का युगपुरुष बताया। कार्यक्रम का संचालन मधुर मिलन नायक ने किया।
