
बिहार के भागलपुर जिला के कहलगांव विधानसभा के धनोरा एवं सनोखर में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र बिहार सरकार की नाकामी का जीता जागता उदाहरण पेश कर रहा है. वहां पर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र की जो तस्वीर सामने आई उसको देखकर किसी का भी माथा चकरा सकता चकरा सकता है.
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण स्वास्थ्य केंद्र फिलहाल बंद है और कोई भी डॉक्टर या नर्स यहां पर नहीं आता है. यह स्वास्थ्य केंद्र देखने में पूरी तरीके से खंडहर सा नजर आता है.
संवादसूत्रो ने जब स्वास्थ्य केंद्र का जायजा लिया तो पाया कि इस खंडहरनुमा इमारत पर ना तो कोई डॉक्टर था ना ही नर्स. ग्रामीणों से जब और जानकारी प्राप्त की गई तो पता चला कि गांव के लोग इससे स्वास्थ्य केंद्र का इस्तेमाल मवेशी और उसका चारा रखने के लिए करते हैं और पता चला कि डॉक्टर सुबह 9:00 बजे आते हैं खानापूर्ति करके 11:00 बजे चले जाते हैं.
कहलगांव विधायक पवन यादव एवं सन्हौला प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी मुर्शीदा अंसारी ने इस सम्बद्ध में कड़ी निंदा करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों पर उचित कार्रवाई करने की बात कही तथा आगे से ऐसी गड़बड़ी नहीं होने का आश्वासन दिया.
