
न्यूज़ डेस्क : यूपी में कोरोना कर्फ्यू के नियमों का पालन करवाने वाली यूपी पुलिस को ही खुद सारे नियम की जानकारी नहीं है. ऐसा आरोप है लखनऊ के होटल संचालकों का जिनके यहां से ऑनलाईन फूड डिलीवरी होती है. रेस्त्रां संचालकों का आरोप है की पुलिस उन्हें परेशान करती है, यही नहीं कई रेस्त्रां और बेकरी संचालकों ने बड़ा ही गंभीर आरोप लगाया और बताया की उनका रेस्त्रां और बेकरी पहले ही बंद करवा दिया गाया है.
हालांकि यूपी सरकार के कोरोना कर्फ्यू के नियमों के मुताबिक जितनी भी टेक अवे सर्विस या ऑनलाइन डिलीवरी सर्विस है वो चलती रहेंगी. मुख्यमंत्री और अपर मुख्य सचिव आदेश कर चुके है कि कोरोना कफर्यू में ऑन लाइन फूड डिलीवरी करने वाली कम्पनियों व रेस्त्रां पर कोई रोक नहीं होगी. पर, लखनऊ पुलिस अपनी मनमानी कर रही है. पुलिस ने कई रेस्त्रा व बेकरी दुकानों पर जाकर फरमान सुना दिया कि पहले उनसे मिलो आकर, उसके बाद ही ऑन लाइन फूड डिलीवरी शुरू होगी.
कुछ तो डर के मारे अपनी दुकानें बंद कर दिये हैं. दो दिन में मुंशी पुलिया, तेलीबाग, सदर, गोमतीनगर, इंदिरानगर, आलमबाग समेत कई इलाकों में व्यापारियों को पुलिस ने परेशान किया है. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि पुलिस की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं है. उनके पास शिकायत आयेगी तो सम्बन्धित पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से 30 अप्रैल, 2021 को प्रदेश के सभी कमिश्नर, डीएम और कप्तानों को पत्र भेज दिया गया था कि ऑन लाइन डिलीवरी में लगी कम्पनियों और रेस्त्रां को फूड डिलीवरी की छूट दी जाये. लखनऊ के मुंशी पुलिया स्थित एक बेकरी शाप के मैनेजर विकास ने बताया कि उन्हें दो दिन पुलिस ने परेशान किया. प्रशासन का आर्डर भी दिखाया पर ऑन लाइन डिलीवरी बंद करा दी गई.
इसी तरह इंदिरानगर, आलमबाग में भी हुआ. तेलीबाग में रायबरेली रोड पर कई रेस्त्रां व बेकरी दुकानों को दिक्कत आ रही है. एक दुकान कर्मचारी रवि गुप्ता ने बताया कि कैंट और पीजीआई पुलिस ने उनके दो संस्थानों से ऑन लाइन डिलीवरी पर रोक लगा दी है. जब उन्होंने जिला प्रशासन के अफसरों से बात की तो उन्हें बताया गया कि ऑन लाइन फूड डिलीवरी पर कोई रोक नहीं है. अगर पुलिस परेशान करे तो यहां करे शिकायत 0522-2625983-84
